कहकर मैं माइक पर ही बिलख कर रो पड़ा था। कहकर मैं माइक पर ही बिलख कर रो पड़ा था।
दूसरों का दुख वे कभी नहीं देख सकते थे और आज बेटे उनकी ही आत्मा को मुक्ति नहीं दे रहे, क दूसरों का दुख वे कभी नहीं देख सकते थे और आज बेटे उनकी ही आत्मा को मुक्ति नहीं दे...
इस जज्बे को हमारा नमन इस जज्बे को हमारा नमन
अब जनता अपनी आँख खोले और धराशायी कर दे कालयवन को। अब जनता अपनी आँख खोले और धराशायी कर दे कालयवन को।
और सबसे अधिक महत्वपूर्ण - वो जान चुका था की " आत्महत्या गंतव्य नहीं , गंतव्य जीवन है। और सबसे अधिक महत्वपूर्ण - वो जान चुका था की " आत्महत्या गंतव्य नहीं , गंतव्य जीव...
उसने उस दीवार पर लिख दिया जो इस दीवार पर थूकेगा वह अपने बाप पर थूकेगा। उसने उस दीवार पर लिख दिया जो इस दीवार पर थूकेगा वह अपने बाप पर थूकेगा।